बागेश्वर। धन्याड़ लाथी में आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर हुई तैनाती का मामला तूल पकड़ने लगा है। पहले खुद पीड़िता ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। अब इस मामले में एनएसयूआई कूद गई है। उन्होंने कहा कि जब तक कविता को न्याय नहीं मिलेगा वह चुप नहीं रहेंगे। इसके बाद एसडीएम के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञाापन सौंपा है। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष कमलेश गड़िया व अन्य साथी बुधवार को तहसील मुख्यालय में पहुंचे। यहां एसडीएम को डीएम के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। इसमें उनका कहना है कि धन्याड़ (लाथी) की कविता देवी के साथ अन्याय हुआ है। इससे स्पष्ट है कि पूरे चयन प्रक्रिया में बड़ा गोलमाल है। जब कविता देवी ने आवेदन किया तो धन्याड़ में रिक्त पद अनुसूचित जाती के लिए आरक्षित था, लेकिन चयन प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद मेरिट में कविता देवी का नाम घोषित किया गया। इतना ही नहीं उसे नियुक्ति पत्र भी दिया। जब वह फोन के माध्यम से ज्वाइनिंग के लिए पूछा तो विभाग ने कहा कि यह सीट सामान्य वर्ग के लिए है। नियुक्ति पत्र देने के बाद भी रिक्त पद का आरक्षण बदल दिया जाता है। उन्होंने मामले की जांच कर जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।