चमोली। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर गौचर से सिवाई तक बन रही छह किलोमीटर से अधिक लंबी सुरंग बुधवार को आरपार हो गई है। इस सुरंग को बनने में तीन वर्ष और नौ महीने लगे। दोपहर में जैसे ही सुरंग आरपार हुई तो रेल परियोजना के अधिकारियों, कर्मचारियों और मजदूरों ने खुशी जताकर मिठाइयां बांटी। टनल को बनाने में 500 कर्मचारियों और 10 इंजीनियरों ने दिनरात काम करने के बाद यह सफलता हासिल की है। मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव ने कहा कि गौचर से सिवाई तक की बन रही सुरंग की सफलता के साथ ऋषिकेश से कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इस उपलब्धि तक पहुंचने के लिए ईटी सिवाई ने 6,322 मीटर की दूरी तय की है, जिसे 3 साल और 9 महीने की कड़ी मेहनत के लंबे सफर के बाद पूरा किया गया है। उत्खनन प्रक्रिया के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। कहा कि परियोजना की टीम के संयुक्त प्रयासों के माध्यम से यह सफलता हासिल की गई है। इसमें शामिल टीमों की तकनीकी कौशल और विशेषज्ञता को दर्शाती है। यह सफलता रेलवे परियोजना के समय पर और कुशल समापन को सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सुरंग आरपार होने पर परियोजना निदेशक हेमेंद्र कुमार, प्रबंधक सूरज प्रकाश सैनी, उपप्रबंधक लोकेश सिंह, सीनियर साइट इंजीनियर कुणाल कुमार, टीम लीडर घोलमरेजा शम्सी, आरई मनोज पुरोहित, विशेषज्ञ पर्यावरण स्वास्थ्य एवं सुरक्षा अभिनव रतूड़ी, फोरमैन सेरकन वुरल आदि ने खुशी जताई है।