देहरादून। राज्य सहकारी संघ सभागार में आयोजित कार्यशाला में बुधवार को सहकारिता मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि ग्राम स्तर पर हर किसान को सहकारिता से जोड़ा जाएगा। गुजरात मॉडल के जरिए राज्य में भी किसानों का जीवन स्तर बढ़ाया जाएगा। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए गए मंत्र ‘सहकार से समृद्धि’ के तहत 21 मई 2023 को गुजरात के बनासकांठा और पंचमहल में सहकारिता में सहकार को बढ़ावा देने को एक पायलट परियोजना शुरू की गई। इसके तहत तहत सहकारी बैंकों के साथ प्राथमिक डेयरी सहकारी समितियों के वित्तीय लेनदेन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। पायलट परियोजना की सफलता के बाद सहकारी क्षेत्र को जमीनी स्तर पर सशक्त किया गया है। प्राथमिक कृषि ऋण समितियों ने अपनी आत्मनिर्भरता बढ़ाने को सहकारिता में सहकार पर एक राष्ट्रीय अभियान शुरू किया गया है। कहा कि वह हर महीने 10 दिन सहकारिता को देते हैं। इसके तहत सभी जिलों में सहकारिता के कार्यों का मूल्यांकन कर रहे हैं। किसानों से सीधा संवाद कर गोष्ठी के माध्यम से फीडबैक लेंगे। कहा कि आज मुख्यमंत्री घसियारी योजना की देशभर में प्रशंसा हो रही है। वर्ष 2025 सहकारिता वर्ष घोषित होने जा रहा है। कहा कि अब ग्रामीण स्तर पर बहुउद्देशीय समितियों का गठन किया जाएगा। सचिव सहकारिता दिलीप जावलकर ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर सहकारिता से हर किसान को जोडक़र पूरे राज्य को समृद्ध किया जाएगा। एमडी राज्य सहकारी बैंक नीरज बेलवाल ने कहा कि प्राथमिक डेयरी सहकारी समितियों और अन्य गैर-क्रेडिट सहकारी समितियों को बैंक मित्र के रूप में नियुक्त किया जाना है। इन समितियों को एक माइक्रो एटीएम का एक लघु संस्करण प्रदान किया जाएगा। जिससे वे सामाजिक आर्थिक पिरामिड के निचले पायदान पर रहने वाले लोगों को बैंकिंग सेवाओं की सेवा दे सकें।