- अमीरों से शादी, फिर गंभीर आरोप (दहेज प्रताड़ता, अप्राकृतिक यौन संबंध) लगा कर फंसा देती थी, 3 मर्दों से 1.25 करोड़ ठगे
देहरादून। मौजूदा वक्त में पति पत्नी में अनबन के कारण डाइवोर्स जैसी घटना तो सामान्य सी बात हो चली है। लेकिन पैसों के लिए बार-बार शादियां कर के सभी से डाइवोर्स लेने की घटना आपने शायद ही सुनी होगी। जयपुर पुलिस ने एक ऐसी महिला को देहरादून से गिरफ्तार किया है जो अमीरों को जाल में फंसाकर उनसे शादियां रचाती और बाद में गंभीर आरोप (दहेज प्रताड़ता, अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप) लगा कर उन्हें फंसा देती थी। इतना ही नहीं मामलों को रफादफा कराने के लिए उनसे लाखों की रकम वसूलती थी। जयपुर पुलिस ने आरोपी महिला को लुटेरी दुल्हन करार दिया है। आरोपी महिला ने कई मदों से शादियां की और मामलों को रफादफा कराने के नाम पर उनसे कुल 1.25 करोड़ रुपए वसूल लिए। जयपुर पुलिस की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड की रहने वाली सीमा उर्फ निक्की ने पहली शादी 2013 में आगरा के एक कारोबारी से की थी। कुछ समय बाद निक्की ने शख्स के परिवार के खिलाफ केस कर दिया। बाद में समझौते के रूप में 75 लाख रुपए लिए। इसी तरह निक्की ने साल 2017 में गुरुग्राम के एक सॉफ्वेयर इंजीनियर को अपना शिकार बनाया।
निक्की ने गुरुग्राम के सॉफ्वेयर इंजीनियर से शादी की और बाद में उससे अलग होने के लिए समझौते के तौर पर 10 लाख रुपए लिए। इसके बाद निक्की ने साल 2023 में जयपुर के एक व्यवसायी को अपने जाल में फंसाया और उससे शादी कर ली। इस बार भी सीमा उर्फ निक्की की नजर कारोबारी की दौलत पर थी। वह जल्द ही उसके घर से 36 लाख रुपये के गहने और नकदी लेकर फरार हो गई। इसके बाद पीडि़त परिवार की ओर से केस दर्ज कराया गया तो जयपुर पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की।
पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, प्राथमिक जांच में पता चला कि आरोपी सीमा मैट्रिमोनियल साइट्स पर अपने शिकार की तलाश करती थी। वह ऐसे पुरुषों पर डोरे डालती थी जो या तो तलाकशुदा होते थे या अपनी पत्नियों को खो चुके होते थे। आरोपी सीमा अमीर मर्दों से शादियां रचाती और बाद में उन पर दहेज प्रताडऩा और अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के आरोपों में केस कर देती थी। फिर डाइवोर्स और मामले को रफादफा कराने के नाम पर पीडि़तों से लाखों की रकम उसूलती थी। पुलिस का कहना है कि आरोपी सीमा अग्रवाल ने अलग-अलग राज्यों में विभिन्न मामलों में सेटलमेंट के तौर पर 1.25 करोड़ रुपये तक की रकम लूटी है।