जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने गुरुवार को जल जीवन मिशन के अन्तर्गत संचालित कार्यों की प्रगति समीक्षा की। उन्होंने जल संस्थान और जल निगम को जल जीवन मिशन स्वीकृत योजनाओं को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिन योजनाओं का अधिकांश कार्य हो चुका है, उनको प्राथमिकता पर पूर्ण कराया जाए। योजनाओं का थर्ड पार्टी सत्यापन कार्याे में तेजी लाई जाए। बीडीओ के स्तर से गांवों में किए जा रहे हर घर जल सर्वेक्षण कार्याे को शीघ्र पूरा करें। इसमें जो भी शिकायत या समस्याएं आ रही है उनको तत्काल निस्तारण करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध करें। वन भूमि में एक हेक्टेयर से कम की जिन योजनाओं में आपत्तियां लगी है, उनके निस्तारण के लिए डीएफओ से समन्वय बनाते हुए शीघ्र आपत्तियों का निस्तारण करें और योजनाओं पर काम शुरू करें। हर घर जल सर्टिफिकेशन और स्रोत की जियो टैगिंग में वांछित प्रगति लाई जाए। जिलाधिकारी ने अधीक्षण अभियंता को जल जीवन मिशन की नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश भी दिए।
जल जीवन मिशन के नोडल अधिकारी/जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार सैनी ने बताया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत पेयजल योजनाओं के पुनर्गठन एवं जल स्रोतों के सुधारीकरण हेतु दूसरे चरण में जनपद में कुल 571 योजनाओं में से 414 पूर्ण कर ली गई है और 156 योजनाओं का कार्य चल रहा है। हर घर जल के अंतर्गत 1113 गांवों के सापेक्ष 507 गांवों में सत्यापन कार्य पूरा कर लिया गया है। कुल 1374 पेयजल स्रोत में से 928 स्रोत की जियो टैगिंग कर ली गई है। धनराशि अवमुक्त न होने के कारण कुछ योजनाओं का कार्य अवशेष है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार, जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार सैनी, अधिशासी अभियंता एसके श्रीवास्तव, जल निगम के अधिशासी अभियंता अरुण सिंह, अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार, सहायक अभियंता आरएम गुप्ता आदि मौजूद थे।