चमोली। 2026 में आयोजित होने वाली विश्व प्रसिद्ध श्री नंदा देवी राजजात यात्रा की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी संदीप तिवारी की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गयी। बैठक में यात्रा से संबंधित समस्त विभागीय अधिकारियों के साथ तैयारियों को लेकर विस्तार से चर्चा की गयी।
गौरतलब है कि नंदा देवी राजजात यात्रा लगभग 280 किलोमीटर लंबी होती है, जिसमें से 207 किलोमीटर का क्षेत्र पैदल मार्ग का है और 73 किलोमीटर वाहन से तय किया जाता है। वापसी में लगभग 60 किलोमीटर की दूरी वाहन से तय की जाती है। वर्ष 2014 की यात्रा में लगभग 1.50 लाख श्रद्धालुओं ने भाग लिया था और इस वर्ष इस संख्या में और अधिक वृद्धि की संभावना है। ऐसे में यात्रा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुचारू रूप से संपन्न कराने हेतु सभी विभागों को जिम्मेदारियों के साथ निर्देशित किया गया है।
जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार से सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने हेतु पुलिस बल की तैनाती, जनपद स्तर पर सुरक्षा कर्मियों का प्रशिक्षण, भीड़ नियंत्रण निगरानी के लिए सभी आवश्यक तैयारियां और अत्याधुनिक संसाधनों का प्रयोग कर यात्रा मार्ग पर निरंतर निगरानी सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को यात्रा मार्ग और पड़ावों पर चिकित्सकीय सुविधा, एंबुलेंस, मेडिकल स्टाफ और जरूरी दवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए एसओपी तैयार करने के निर्देश दिए ।
श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए यात्रा पड़ावों पर होटल, गेस्ट हाउस, होम स्टे, सरकारी स्कूल और अन्य भवनों को चिन्हित कर उनकी क्षमता का आकलन समय पर करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही स्थायी, अस्थायी और व्यक्तिगत वाहनों की पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु स्थानों का चयन सुनिश्चित करने को कहा गया।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि संबंधित विभागों की एक संयुक्त टीम गठित की जाए, जो यात्रा मार्ग का भौतिक निरीक्षण (रूट सर्वे) कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे। साथ ही, वन विभाग के डीएफओ को वन क्षेत्र में यात्रा मार्ग को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए एसओपी तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने जिला पर्यटन अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे नगर पंचायत बद्रीनाथ के अधिशासी अधिकारी (ईओ) के साथ समन्वय स्थापित कर यात्रा मार्ग पर सॉलिड वेस्ट प्रबंधन हेतु एसओपी तैयार करें, ताकि ठोस अपशिष्ट कचरे का निस्तारण किया जा सके।
जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित विभागों को समयबद्ध ढंग से कार्य पूर्ण करने और आपसी समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए, ताकि यह ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक यात्रा श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित, सुविधाजनक और यादगार अनुभव बन सके।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी,अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश, डीएफओ बद्रीनाथ सर्वेश कुमार दुबे,जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़, जिला पूर्ति अधिकारी अंकित पाण्डेय और अन्य सभी संबंधित विभागों को अधिकारी मौजूद रहे।