नई टिहरी। पर्वतीय परिसर रानीचौरी की सहायक प्राध्यापक डॉ. लक्ष्मी रावत को अंतराष्ट्रीय स्तर पर डा. एपीजे अब्दुल कलाम ग्रीन एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन अवार्ड से सम्मानित किया गया है। 22 जून को थाईलैंड में डॉ लक्ष्मी को यह पुरस्कार दिया गया। वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली उत्तराखण्ड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविध्यालय के पर्वतीय परिसर, रानीचौरी में कार्यरत डॉ. लक्ष्मी रावत को उनके द्वारा शिक्षा, शोध एवं प्रसार गतिविधियों में किए जा रहे नवाचारों के लिए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन जलवायु परिवर्तन, संसाधन, जैव विविधता एवं पर्यावरणीय चुनौतियां: सतत विकास के मुद्दे और रणनीतियां के दौरान सम्मानित किया गया। उन्हें डा. एपीजे अब्दुल कलाम ग्रीन एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन अवार्ड दिया गया। सम्मेलन 22 से 26 जून तक सुआन सुनन्दा राजभाट विश्वविद्यालय बैंकाक थाईलैंड में आयोजित हुआ। डॉ लक्ष्मी को सम्मान प्रो थावत्चाई कामोलथाम निदेशक कैनाबिस हेल्थ साइंस एंड मेडिकल हर्ब्स प्रोग्राम, और प्रो सोमदेत रुंगस्रीसावत डीन एलाइड हेल्थ साइंसेज सुआन सूनन्था राजभाट विश्वविद्यालय बैंकाक थाईलैंड ने प्रदान किया। डॉ लक्ष्मी ने बताया कि यह पुरस्कार विज्ञान, अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य को प्रदान किया गया। वह काफी लंबे समय से अनुसंधान कर रही है। सम्मेलन के दौरान डा. लक्ष्मी रावत ने पिछले 15 वर्षों से पर्वतीय परिसर रानीचौरी में उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में काश्तकारों की आजीविका विकास को किए गए शोध एवं नवाचारों के बेहतर जैविक विकल्पों के बारे में भी जानकारी दी।