चमोली। नंदा देवी राजजात यात्रा की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने शनिवार को नौटी गांव का स्थलीय निरीक्षण किया। भ्रमण की शुरुआत जिलाधिकारी ने नौटी गांव स्थित प्राचीन उफरांई देवी (अपर्णा )मंदिर एवं नंदा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर सभी ग्रामवासियों के सुख समृद्धि की कामना की। इसके पश्चात् उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात की और नंदा देवी राजजात से जुड़ी परंपराओं, मान्यताओं तथा तैयारियों की जानकारी ली। ग्रामीणों ने यात्रा के ऐतिहासिक महत्व और स्थानीय सहयोग को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। डीएम ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि यात्रा को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। इस क्रम में उन्होंने लोनिवि गेस्ट हाउस में सभी सम्बंधित अधिकारियों की बैठक लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा श्री नंदा देवी राजजात आयोजन के लिए नौटी गांव महत्वपूर्ण स्थान है। ऐसे में यात्रा के दौरान यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। जिसे देखते हुए गांव में व्यवस्थाओं का दुरुस्त होना अत्यंत आवश्यक है। इस क्रम में उन्होंने सभी अधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण कर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पड़ाव स्थल में सफाई, पेयजल, बिजली, आवागमन, ठहरने की व्यवस्था, शौचालय निर्माण और अन्य जरूरी सुविधाओं का जायज़ा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा से पहले सभी आवश्यक तैयारियों के प्रस्ताव समय पर उपलब्ध करा दें, जिससे निर्माण कार्य जल्द शुरू कराये जा सकें। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाया जा सकता है। इसलिए प्रशासन और ग्रामवासी मिलकर यात्रा को सफल बनाने में अपना योगदान दें। जिलाधिकारी ने यह स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सुविधा, आपातकालीन सेवाएं, और मार्ग की मरम्मत, पार्किंग व्यवस्था, ठोस अपशिष्ट निस्तारण को प्राथमिकता से किया जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपनी भूमिका का निर्वहन सेवा भाव से करें, ताकि नंदा देवी राजजात यात्रा सफल, सुरक्षित और श्रद्धालुओं के लिए सुखद अनुभव बन सके। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी, एसडीएम कर्णप्रयाग सोहन सिंह रांगण, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत तेज सिंह, लोनिवि गौचर के सुनील कुमार, एसओ कर्णप्रयाग कोतवाली राकेश चन्द्र भट्ट सहित अधिकारी, कर्मचारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामवासी भी उपस्थित रहे।