नई टिहरी। श्री गंगा भागीरथी बोट संचालन समिति ने डीएम और टिहरी विशेष क्षेत्र पर्यटन विकास प्राधिकरण के सीईओ को ज्ञापन सौंपकर टिहरी झील में संचालित नेशनल गेम्स के दौरान बोटिंग स्थल को उचित जगह पर स्थानांतरित करने की मांग की है। कहा कि यदि इन आयोजन के दौरान बोटिंग गतिविधियां प्रतिबंधित की जाती हैं, तो उन्हें मुआवजा दिया जाए। मंगलवार को बोट यूनियन के अध्यक्ष मनीष रावत के नेतृत्व में समिति के सदस्यों ने डीएम मयूर दीक्षित को ज्ञापन सौंपकर समस्या बताते हुए कहा कि 3 फरवरी से टिहरी झील में नेशनल गेम्स के तहत वाटर स्पोर्ट्स की स्पर्धाएं होनी हैं। इन आयोजनों की पिछले कई दिनों से तैयारी चल रही है। जिससे बोटिंग प्वांइट से उन्हें अन्यत्र भेजा गया है। इसके चलते उनके व्यवसाय पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इन दिनों प्री-वेडिंग सहित स्पीड बोट की काफी डिमांड है। लेकिन प्रतिबंध के चलते यह कार्य नहीं हो पा रहा है। बताया कि इससे पूर्व भी हर साल टीएचडीसी और पर्यटन विभाग झील में विभिन्न जलक्रीड़ा प्रतियोगिताएं कराता है। उस दौरान भी बोटिंग गतिविधियां बंद की जाती है। जिससे झील में स्वरोजगार कर रहे 250 से अधिक लोगों और उनके परिवारों को आर्थिक दिक्कत उठानी पड़ती हैं। नेशनल गेम्स के दौरान बोटिंग प्रतिबंध रहने पर उन्हें मुआवजा दिया जाए। इस मौके पर अरविंद रतूड़ी, अनूप पंवार, आशीष रावत, सचिन कुमार, शैलेंद्र कांत, सौरभ पंवार, प्रवीन रावत, शैलेंद्र चौहान आदि शामिल रहे। इस संबंध में डीएम का कहना है कि नेशनल गेम्स के आयोजन के दौरान बोटिंग एक्टिवटी बंद रहेंगी।