हल्द्वानी। पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार के सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर गुरुवार को हल्द्वानी नगर निगम सभागार में पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि आपातकाल में कांग्रेस ने संविधान को सबसे अधिक चोट पहुंचाई। वर्तमान में संविधान बचाने का कांग्रेसी नारा पूरी तरह से हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वर्तमान में भी सिर्फ इंदिरा गांधी और जवाहर लाल नेहरू के एजेंडे पर काम कर रही है। भाजपा की आपातकाल पर आयोजित संगोष्ठी में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि आपातकाल से पहले दूरे देश में मजदूर संगठन व विपक्षी दल कांग्रेस की नीतियों के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे। इस बीच 12 जून 1975 को आए इलाहाबाद हाईकोर्ट के इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध घोषित किए जाने के फैसले ने पूरे देश में भूचाल ला दिया। अपने हाथों से देश की सत्ता जाते देख 25 जून 1975 की मध्यरात्रि को इंदिरा गांधी ने देश पर आपातकाल थोप दिया। इस दौरान प्रेस पर सेंसर लगा दी गई। विपक्ष और संघ के नेताओं की खिलाफ कार्रवाई की गई। उत्तर प्रदेश की सरकार के आरएसएस पर प्रतिबंधन लगाने के बाद संघ के नेताओं की बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी की गई। देश को आपातकाल में झोंकने वाली कांग्रेस के नेता अब देश में संविधान को बचाने की बात कर रहे हैं। जबकि आपातकाल के दौरान संविधान को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया गया।