बागेश्वर। वर्षाकाल के दौरान भूस्खलन और मार्ग अवरुद्ध होने की चुनौतियों से निपटने के लिए जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने सड़क महकमों के अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने त्वरित कार्रवाई और जनसुविधा सुनिश्चित करने के लिए कड़े निर्देश दिए। बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा बताया गया कि जनपद में 49 जेसीबी मशीनें तैयार रखी गई हैं, जो मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में तत्काल मौके पर पहुँचकर उन्हें सुचारु करेंगी। जिलाधिकारी भटगांई ने स्पष्ट किया कि मोटर मार्गों को सुचारु करने में अनावश्यक विलंब नहीं होना चाहिए। मानसून अवधि के दृष्टिगत जेसीबी मशीनों की तैनाती की सुदृढ़ विभागीय कार्ययोजना होनी चाहिए। जिससे आम जनता को किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े। विभागों के पास प्रत्येक मशीन में जीपीएस अधिष्ठापन की स्थिति के लिए प्लानिंग भी होनी चाहिए। प्रत्येक विभाग के पास जेसीबी मशीनों के डिप्लॉयमेंट प्लान होना चाहिए। भूस्खलन से उत्पन्न होने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए उन्होंने सड़क महकमों को प्रभावित स्थलों पर न्यूनतम समय के भीतर अनिवार्य रूप से जेसीबी मशीनें पहुंचाने और सड़क अवरुद्ध होने की स्थिति में उसे शीघ्र खोलने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि लोगों को सुगम यातायात उपलब्ध कराना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी सड़क मार्ग के अवरुद्ध होने पर उसे कम से कम समय में नहीं खोला जाता है, और किसी भी प्रकार की लापरवाही परिलक्षित होती है, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को सरकारी परिस्थितियों के साथ-साथ जन और पशु हानि की सूचना भी समय पर कंट्रोल रूम में देना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई, राष्ट्रीय राजमार्ग, बीआरओ सहित अन्य संबंधित विभागों को बंद सड़कों की रियल-टाइम जानकारी की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल, ईई लोनिवि संजय पांडे, पीएमजीएसवाई अम्बरीष रावत, ग्रामीण निर्माण विभाग संजय भारती, आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल सहित वर्चुअल माध्यम से अन्य अधिकारी मौजूद रहे।