उत्तरकाशी। यमुना घाटी क्षेत्र के भ्रमण के दौरान हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद के उपाध्यक्ष वीरेंद्र दत्त सेमवाल ने नेटवाड़ में भेड़ पालकों एवं हस्तशिल्यों से संवाद किया। इस मौके पर उन्होंने पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े लोगों की समस्याएं सुनीं और सरकार की विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं से उन्हें जोड़ने का भरोसा दिलाया। मंगलवार को नेटवाड़ में संवाद करते उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिसद के उपाध्यक्ष वीरेन्द्र दत्त सेमवाल ने भेड़ पालकों को उन्नत नस्लों, टीकाकरण, मोबाइल पशु चिकित्सा सेवाएं और बाजार तक सीधी पहुंच उपलब्ध कराने की बात कही। साथ ही स्थानीय हस्तशिल्पकारों को डिज़ाइन अपग्रेडेशन, प्रशिक्षण, ब्रांडिंग और ऑनलाइन विपणन के जरिए आगे बढ़ाने की योजना पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सरकार सीमांत क्षेत्रों के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम स्वरोजगार योजना,पीएम रोजगार सृजन कार्यक्रम व पशुधन विकास योजना के साथ स्थानीय उत्पादों के विपणन के लिए हाट-बाज़ार जैसी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने अपने अनुभव साझा किए और सरकार से अपेक्षाएं भी रखीं। उन्होंने भ्रमण के दौरान पोखू देवता और महासु देवता के दर्शन कर प्रदेश के पशुपालकों और हस्तशिल्पकारों की समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा।