देहरादून। सुबे के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा की। बैठक में कृषि मंत्री जोशी ने विभागीय योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।कृषि मंत्री गणेश जोशी ने समीक्षा के दौरान कहा कि किसानों को उनकी मांग के अनुरूप समय पर सेब के कार्टन उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र और आसपास के प्रभावित क्षेत्रों में अस्थायी फल भंडारण केंद्र शीघ्र बनाने के निर्देश दिए। साथ ही, आराकोट में कोल्ड स्टोरेज और नौगांव में मंडी निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने को कहा।
कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के 95 ब्लॉकों में अधिक से अधिक किसानों, स्वयं सहायता समूहों, पूर्व सैनिकों को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार से जोड़ा जाए। उन्होंने वाइब्रेंट योजना के तहत सीमांत गांवों में अखरोट उत्पादन की संभावनाओं को तलाशने और इसमें पूर्व सैनिकों को जोड़ने पर जोर दिया। साथ ही, प्रदेश के राजकीय गार्डनों में अखरोट की नर्सरी विकसित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में उन्होंने फार्म मशीनरी बैंक की अधिकतम स्थापना करने को कहा, ताकि किसानों को खेती के उपकरण सस्ती दरों पर उपलब्ध हो सकें। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने सेब की अति सघन बागवानी को बढ़ावा देने और दुर्गम क्षेत्रों में कृषकों के उत्पादों को सड़क मार्ग तक पहुंचाने के लिए रोपवे निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।
कृषि मंत्री जोशी ने पॉलीहाउस निर्माण की प्रगति पर भी नाराजगी जताई और अधिकारियों को तेजी से काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने उच्च अधिकारियों को जनपद स्तरीय अधिकारियों पर जिम्मेदारी तय की जाए तथा लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। बैठक में आगामी माह में प्रस्तावित विभागीय कार्यक्रमों की तैयारियों पर भी चर्चा की गई।
बैठक में कृषि सचिव डा0 एसएन पांडेय, कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, कृषि निदेशक परमाराम, संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार, संयुक्त निदेशक सुरेशराम, बागवानी मिशन के निदेशक महेंद्र पाल, जैविक बोर्ड के एमडी विनय कुमार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।