देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने मंगलवार को शौर्य स्थल चीड़बाग, देहरादून में ‘वायुवीर विजेता’ कार रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने ‘शौर्य स्थल’ युद्ध स्मारक पर वीर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। भारतीय वायु सेना – उत्तराखंड वार मेमोरियल संयुक्त कार रैली, जो थोइस (दियाचेन) से शुरू हुई और लेह, श्रीनगर और जम्मू से गुजरते हुए 14 अक्टूबर, 2024 को देहरादून पहुँची।
यह रैली लद्दाख के थोइस से अरुणाचल प्रदेश के तवांग तक 7,000 किलोमीटर की यात्रा करेगी, जो वायुसेना के गौरवशाली इतिहास का प्रचार करेगी और युवाओं को सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगी। विंग कमांडर विजय प्रकाश भट्ट के नेतृत्व में रैली में वरिष्ठ आईएएफ अधिकारी ग्रुप कैप्टन विनय अग्निहोत्री, एवरेस्ट शिखर पर चढऩे वाली लेफ्टिनेंट कर्नल अश्विनी पवार, पर्वतारोही मेजर स्वाति और तीस अन्य प्रतिभागी समूह शामिल है।
रैली को रवाना करने के दौरान राज्यपाल ने कहा कि 7 हजार किलोमीटर की कार रैली करना अपने आप में एक किस दृढ़ निश्चय को संबोधित करता है और क्या संकेत है। उन्होंने कहा कि हमारी भारतीय वायुसेना वीरता, साहस, शौर्य एवं उच्चतम तकनीक, आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भरता का एक बहुत बड़ा उदाहरण है। राज्यपाल ने कहा कि हमारे वायु योद्धा किस प्रकार से हर चुनौती का सामना करते हुए राष्ट्र की रक्षा में तत्पर रहते हैं यह पूरे राष्ट्र एवं हर युवाओं के लिए अत्यंत प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि यह 7,000 किलोमीटर कार रैली करना यह हम सभी को प्रेरित करता है।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे वीर बलिदानियों ने हमें प्रतिबद्धता, वीरता, साहस और सर्वोच्च बलिदान का पाठ पढ़ाया है जो हमें प्रेरित और उत्साहित करता है, उन्होंने कहा कि हर वीर सैनिक हमें सिखाता है कि किस प्रकार भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिए अपने प्राणों का न्यौछावर भी करना पड़े तो यह एक बहुत ही गर्व की बात होगी।
इससे पूर्व रैली के प्रतिभागियों का यूकॉस्ट सिटी, झाझरा में छात्रों और वैज्ञानिकों ने उत्साह के साथ स्वागत किया। स्वागत समारोह का नेतृत्व महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पंत ने किया। अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम और उत्तराखंड के छात्रों ने रैली के प्रतिभागियों को फूलों के गुलदस्ते भेंट किए और प्रतिभागियों को साइंस सिटी में सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, इस रैली के मेंटर तरुण विजय, सेना, नौसेना और वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।