विकासनगर। वानिकी प्रशिक्षण केंद्र रामपुर मंडी में शनिवार को प्रशिक्षु महिला वन दरोगाओं का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण केंद्र से यह महिला वन दरोगाओं का पहला बैच पास आउट हुआ है। प्रदेश के 11 वन प्रभागों की 38 नवनियुक्त महिला वन दरोगा वन विभाग में अपनी सेवाएं देंगी। प्रशिक्षण के दौरान 86.9 प्रतिशत अंक हासिल करने पर चकराता वन प्रभाग की चांदनी नेगी को स्वर्ण पदक दिया गया। 86.4 प्रतिशत अंक हासिल करने पर पिथौरागढ़ वन प्रभाग की सौम्म्या बनकोटी को रजत पदक और 85.5 प्रतिशत अंक हासिल करने पर चंपावत प्रभाग की मनु नयाल को कांस्य पदक प्रदान किया गया।
समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर रहीं प्रमुख वन संरक्षक नीना ग्रेवाल ने कहा कि वानिकी प्रशिक्षण केंद्र रामपुर से पास आउट महिला वन दरोगाओं का पहला बैच अलग-अलग वन प्रभागों में अपनी कार्यशैली से नए आमाम स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि वन की सुरक्षा में महिला वन कर्मियों की भागीदारी अधिक महत्वपूर्ण होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी के अभाव में अक्सर महिलाएं घरेलू उपयोग के लिए जंगलों का अनियंत्रित दोहन करती हैं। ऐसी महिलाओं को जंगलों के संरक्षण और उनके नियंत्रित दोहन की जानकारी महिला वन कर्मी प्रभावी तौर पर दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि वन कर्मियों की जिम्मेदारी सिर्फ जंगलों में गश्त कर वनों और वन्य जीवों की सुरक्षा तक ही सीमित नहीं है, बल्कि दीर्घकाल में पर्यावरण संरक्षण के लिए समाज को जागरूक करना और समाज के साथ मिलकर जंगलों के नियंत्रित दोहन की नीति बनाना भी वन कर्मियों की ही जिम्मेदारी है। वनों के नियंत्रित दोहन से जैव विविधता को नुकसान नहीं पहुंचता है। इस दौरान डीएफओ अभिन्यु, एसडीओ राजीव नयन नौटियाल, अनुदेशक अनिल भट्ट, वन दरोगा प्रदीप सक्सैना, राहुल चौहान आदि मौजूद रहे।