अल्मोड़ा। उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा के अध्यक्ष, जिला न्यायाधीश श्रीकांत पाण्डेय के मार्गदर्शन में बुधवार को विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस एवं बाल सुरक्षा यात्रा के तहत जनपद में विभिन्न स्थानों पर विधिक जागरूकता शिविरों और रैलियों का आयोजन किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा की सचिव शचि शर्मा के निर्देशन में यह अभियान सरस्वती शिशु मंदिर खादी, अल्मोड़ा इंटर कॉलेज, ग्राम जाबड़ा, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जलना और महतगांव में संचालित हुआ। इन स्थानों पर नियुक्त अधिकार मित्रों ने विद्यार्थियों और ग्रामीणों को मानव तस्करी के कारणों, रोकथाम, पीड़ितों की सहायता, और इस अपराध के विरुद्ध सामूहिक लड़ाई की आवश्यकता के विषय में जागरूक किया। इस अवसर पर ‘बाल सुरक्षा यात्रा’ अभियान की जानकारी भी दी गई, जो बच्चों को मानव तस्करी से बचाने और उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए चलाया जा रहा है। वक्ताओं ने बच्चों के अधिकारों, बाल श्रम की रोकथाम, चाइल्ड लाइन नंबर 1098, पुलिस/आपातकालीन सेवा 112, और नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं के बारे में जानकारी दी। इसके अतिरिक्त, पॉक्सो अधिनियम, ‘गुड टच-बैड टच’ की पहचान और 1 जुलाई 2025 से शुरू हुए 90 दिवसीय ‘मध्यस्थता राष्ट्र के लिए’ अभियान के बारे में भी विस्तार से बताया गया। लोगों को आगामी 13 सितंबर 2025 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की जानकारी देते हुए पंफलेट भी वितरित किए गए।