हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) हरिद्वार के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय में सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 का समापन समारोह आयोजित किया गया। इस वर्ष का विषय था — “सतर्कता हमारी साझा ज़िम्मेदारी”। कार्यक्रम का शुभारंभ अभियांत्रिकी संकाय के डीन प्रो. मयंक अग्रवाल द्वारा अतिथियों के स्वागत भाषण से हुआ। इस अवसर पर सुशांत डे, पूर्व विजिलेंस अधिकारी, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार केवल आर्थिक लेन-देन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मिलीभगत और अनुचित लाभों के आदान-प्रदान के रूप में भी प्रकट होता है। उन्होंने यह भी बताया कि व्यक्ति, समाज, राष्ट्र और कॉर्पोरेट — सभी नैतिकता एवं सतर्कता से जुड़े मुद्दों में एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं।
प्रो. डी.एस. मलिक, मुख्य सतर्कता अधिकारी, गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय ने अपने वक्तव्य में कहा कि “सतर्कता हमारी साझा ज़िम्मेदारी है” और प्रत्येक नागरिक को अपनी भूमिका ईमानदारी एवं जिम्मेदारी के साथ निभानी चाहिए। कार्यक्रम के दौरान उप मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री देवेंद्र कुमार ने सभी उपस्थित लोगों को सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रशांत कौशिक ने किया, जबकि प्रो. एम.एम. तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। डॉ. संजीव लांबा, योगेश कुमार और सुयश भारद्वाज ने कार्यक्रम के आयोजन में मुख्य भूमिका निभाई ।
इस अवसर पर डॉ. विवेक गोयल, डॉ. पंवार, डॉ. सुयश भारद्वाज, प्रो. एम.एम. तिवारी, डॉ. अजय कुमार, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. निशांत, निमित खडुजा, आशीष नैणवाल, गौरव मलिक, योगेश कुमार, बृजेश कुमार, गजेन्द्र सिंह रावत, दीपक वर्मा, नरेंद्र मलिक तथा धनपाल सहित अनेक प्राध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन सतर्कता, सत्यनिष्ठा एवं पारदर्शिता के मूल्यों को जीवन में आत्मसात करने के सामूहिक संकल्प के साथ हुआ।


