ऋषिकेश। कबीर चौरा आश्रम के संस्थापक महंत ब्रह्मलीन प्रदीप दास की पांचवीं पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया गया। संतों ने ब्रह्मलीन महंत द्वारा किए गए कार्यों का बखान किया। सोमवार को लक्ष्मण झूला मार्ग स्थित कबीर चौरा आश्रम में संस्थापक महंत ब्रह्मलीन प्रदीप दास की पांचवीं पुण्यतिथि पर संत समारोह आयोजित हुआ। मुख्य वक्ता कबीर चौरा आश्रम के मंहत कपिल मुनि ने कहा कि वर्तमान समय में गो, गंगा, गायत्री को बचाए जाने के लिए सभी संतों को आगे आने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार संतों ने गो हत्या को रोकने के लिए देशभर में आंदोलन किया था, इसी प्रकार आज गंगा और गायत्री को बचाने की आवश्यकता है। गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाना चाहिए। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान संतों का एक स्वर से आह्वान किया जाना चाहिए कि हमें अपनी सनातन संस्कृति को बचाने के लिए पूरे देश में गुरुकुलों को पुनर्जीवित करना चाहिए। गुरुकुल रहेंगे तो सनातनधर्म भी बचेगा, संतों ने गुरुकुलों के माध्यम से ही सनातन धर्म को बचाए रखने के लिए समाज का मार्गदर्शन किया है। इस दौरान संतों ने बह्मलीन महंत प्रदीप दास महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की।