अल्मोड़ा। लोक प्रबंध विकास संस्था के नेतृत्व में विभिन्न सामाजिक एवं पंचायती संगठनों ने प्रमुख वन संरक्षक वन्य जीव एवं मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक रंजन मिश्र से मुलाकात कर बिनसर क्षेत्र की समस्याओं के समाधान की मांग की तथा उन्हें इस आशय का 14 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। गुरुवार को प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव रंजन मिश्र ने राजि कार्यालय अयारपानी में विभिन्न सामाजिक एवं पंचायती संगठनों के साथ बिनसर वन्यजीव विहार से प्रभावित गांवों की समस्याओं पर चर्चा की। ग्रामीणों ने प्रमुख वन संरक्षक को गांवों की स्थिति बताते हुए बंदरों, सूअरों व तेंदुओं के आतंक से निजात दिलाने, पर्यटन का लाभ ग्रामीणों तक पहुंचाने हेतु संपर्क मार्गों को दुरुस्त करने, अग्नि बटियाओं का पुनर्निर्माण करने, फायर वाचरों को समुचित प्रशिक्षण एवं आवश्यक उपकरण दिये जाने, बिनसर में पर्यटकों से लिया जाने वाले प्रवेश शुल्क को प्रभावित गांवों के विकास में खर्च करने, तथा वनाग्नि नियंत्रण हेतु जागरूकता अभियान चलाये जाने हेतु आवश्यक कदम उठाने की मांग की। लोगों ने कहा कि बिनसर अभयारण्य में फील्ड स्तर पर कर्मचारियों की भारी कमी है। यहां स्वीकृत वन आरक्षी के 8 पदों के सापेक्ष मात्र मात्र 5 कार्यरत है। इनमें भी 2 वन आरक्षी प्रशिक्षणार्थी होने के कारण उन्हें वन बीटों की जिम्मेदारी नहीं दी गयी है। वहीं धरातल पर कार्यरत वन दरोगा भी मात्र 2 हैं, ऐसी स्थिति में ग्रामीणों व वन विभाग के मध्य संवाद की कमी के चलते वनाग्नि नियंत्रण में ग्रामीणों का वांछित सहयोग नहीं मिल पा रहा है। प्रमुख वन संरक्षक रंजन मिश्र ने मांगों एवं दिए गए सुझावों पर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं डा. धीरज पांडे, लोक प्रबंध विकास संस्था के संचालक ईश्वर जोशी, वन पंचायत सरपंच संगठन के अध्यक्ष सुंदर सिंह पिलख्वाल, बिनसर न्याय मंच के अध्यक्ष चंदन सिंह, संसाधन पंचायत के अशोक भोज, दीप्ति भोजक, वन क्षेत्राधिकारी मनोज सनवाल, वन दरोगा जीवन सिंह बोरा आदि उपस्थित रहे।