हरिद्वार। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरूद्ध हरिद्वार में प्रस्तावित विश्व धर्म संसद के आयोजन को पुलिस ने गुरुवार को रूकवा दिया था। जिसके बाद इसका आयोजन करवा रहे जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर और गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे इस आयोजन को रुकवाने वाले अधिकारियों के सर्वनाश की कामना करते हुए महायज्ञ में आहुति देने की बात कहते दिख रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी किसी भी सीमा तक जाकर सनातन धर्म को बर्बाद कर रहे हैं और उन्हें नेताओं का संरक्षण भी प्राप्त है। इस धर्म संसद का आयोजन 19 से 21 दिसंबर तक होने वाला था।
शुक्रवार को जो वीडियो सामने आया उसमें यति नरसिंहानंद गिरी कह रहे हैं, ‘कल सुप्रीम कोर्ट का नाम लेकर यहां के अधिकारियों ने हमारी धर्म संसद को रोक दिया था, लेकिन कल शाम तक सुप्रीम कोर्ट ने ही यह स्पष्ट कर दिया कि वो धर्म संसद को नहीं रोक रहा है, बल्कि वो तो यह चाहता है कि धर्म संसद की रिकॉर्डिंग हो। यही हम अधिकारियों से बार-बार कह रहे थे, कि सुप्रीम कोर्ट के कहे अनुसार रिकॉर्डिंग कर लो, अगर कुछ गलत कहें तो मुकदमा चलाओ, चाहो तो फांसी पर लटका दो। लेकिन अधिकारी माने नहीं। उन्होंने सनातन धर्म, मां गंगा, श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा और संतों की मर्यादा को भंग करते हुए धर्म संसद को अपनी हठधर्मिता से रोक दिया।’
इसके बाद यति नरसिंहानंद ने धर्म संसद को रोकने वाले अधिकारियों के विनाश के लिए आहुति देकर वापस डासना जाने की बात कही। उन्होंने बताया, ‘कल यज्ञ की पूर्णाहूति के समय हम एक उल्टी माला और इन अधिकारियों के सर्वनाश के लिए एक गोला समर्पित करके अपनी मां के दरबार में डासना चले जाएंगे। मां से प्रार्थना है कि ऐसे अधिकारी जो किसी भी सीमा तक जाकर सनातन धर्म को बर्बाद कर रहे हैं और जो भी इन्हें संरक्षण दे रहे हैं मां और महादेव उनका सर्वनाश करें, उनका सर्वनाश करें, उनका सर्वनाश करें।
‘आजतक सिर्फ जिहाद के विनाश की कामना की’
इस तरह से श्राप देने को लेकर सफाई देते हुए उन्होंने कहा, ‘मैंने आज से पहले कभी ऐसी कामना नहीं की, मैंने आज तक मां और महादेव के सामने जब भी सिर झुकाया, केवल और केवल इस्लाम के जिहाद के समूल विनाश की कामना की और जो धीरे-धीरे पूरी दुनिया में हो रहा है। जो एक दिन जरूर होगा। मैं जहां भी जा रहा हूं अधिकारियों का अहंकार देख रहा हूं। और जो इन्हें संरक्षण दे रहे हैं, वो तो मदमस्त हैं, अब उनके बारे में मैं क्या कहूं, उनके बारे में कहकर कुछ फायदा नहीं है, क्योंकि उससे हिंदू हमें गद्दार घोषित करेंगे।’
बोले- हे मां दुष्टों का सर्वनाश करो
एकबार फिर उन्होंने धर्म विरोधियों के सर्वनाश की कामना करते हुए कहा, ‘मां है और महादेव हैं, मेरा संपूर्ण जीवन उन्हीं का दिया हुआ है, सबकुछ उन्हीं का दिया हुआ है, हर मान भी उन्हीं का है, हर अपमान भी उन्हीं का है, हे मेरी मां ऐसे धर्मद्रोहियों का, ऐसे विश्वासघातियों का सर्वनाश करो, सर्वनाश करो, सर्वनाश करो। हमारी लाज रखो, हमारी लाज रखो, हमारी लाज रखो। मां इन दुष्टों का भी सर्वनाश करो, इन दुष्टों का भी सर्वनाश करो, इन दुष्टों का भी सर्वनाश करो। हर-हर महादेव, हर-हर महादेव, हर-हर महादेव।’
बता दें कि हरिद्वार में प्रस्तावित तीन दिवसीय विश्व धर्म संसद के आयोजन की जूना अखाड़ा परिसर में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। हालांकि, जिला प्रशासन ने विश्व धर्म संसद के आयोजन की अनुमति नहीं दी। पुलिस प्रशासन ने गुरुवार सुबह जूना अखाड़े पंहुचकर वहां लगे तंबू आदि उखड़वा दिए और अखाड़ा परिसर में इस संबंध में नोटिस चस्पा कर दिया। प्रशासन की कार्रवाई के बाद दबाव में आते हुए आयोजकों ने धर्म संसद को स्थगित कर दिया था।