विकासनगर। पिछले कुछ साल से मौसम का मिजाज काफी तेजी से बदल रहा है। फरवरी की शुरुआत में बढ़ती गर्मी के बाद अब मार्च के दूसरे पखवाड़े में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश ने गेहूं किसानों के माथे से चिंता की लकीरों को हटा दिया है। दरअसल, पछुवादून, जौनसार बावर में शुक्रवार की रात हुई बारिश से किसानों को राहत मिली है, जो गेहूं की फसल के लिए एक वरदान की तरह है। ऐसे में कृषि विज्ञानियों का मानना है कि तापमान में असामयिक वृद्धि, जो 24 से 26 डिग्री के बीच थी, उसने चिंता पैदा कर दी थी, लेकिन बारिश से तापमान में कमी आई है। वहीं, इससे फसल की वृद्धि में मदद मिलेगी। विशेषज्ञों ने कहा कि बारिश से एक बार सिंचाई का काम बच गया है, जिससे किसानों को आर्थिक फायदा हुआ।
बारिश से सेब और अन्य फलों को होगा फायदा
मध्य मार्च माह में हो रही बारिश से किसान, बागवानों के चेहरे पर रौनक लौट आई है। फ्लोरिंग से पहले हुई बारिश सेब समेत अन्य फलदार फसलों के लिए वरदान बनकर आई है। सेब के जानकार विशेषज्ञों का कहना है कि मध्य मार्च में हो रही बारिश की नमी सेब के लिए फायदेमंद साबित होगी। लम्बे समय तक जमीन मे नमी रहने से फलों के साथ ही नगदी और पारंपरिक फसलों को फायदा होगा। कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब बगीचों में मार्च माह के आखिरी दिनों मे फ्लोरिंग का समय होता है। लेकिन बारिश से ठंडक पैदा होने से बगीचों में फ्लोरिंग भी थोड़ा देर से ही होने का अनुमान है। सेब बागवान प्रदीप जिनाटा, जयपाल चौहान, रामानंद शर्मा, लायक राम शर्मा, जयपाल राणा, फतेह सिंह नदाण, पंकज डोभाल, डॉ. नरेंद्र सिंह आदि ने बताया कि काफी समय बाद मार्च माह के दूसरे पखवाड़े की शुरुआत पर बारिश देखने को मिली, जिसका सीधा असर खेती-बाड़ी, बागवानी पर दिखेगा। बागवानों का कहना है कि इस वर्ष मौसम सेब फसल के माकूल साबित हो रहा है। मार्च आखिरी दिनों तक मौसम ठीक रहा तो अच्छी फ्लोरिंग, सेटिंग की उम्मीद जगी हुई है, जिससे किसानों को अच्छा फायदा मिलेगा।