चमोली। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बुधवार को स्प्रिंग एवं रिवर रिजुविनेशन अथॉरिटी(सारा) की समीक्षा बैठक ली। जिसमें प्राकृतिक जल स्त्रोत और नदियों के जल संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर किए जा रहे कार्यो की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने जल संस्थान को जनपद में पानी की कमी वाले गांवों की मैपिंग करने व सभी संबंधित विभागों को आगामी जिला योजना में सारा के लिए सभावित प्लान बनाने व वरीयता क्रम 3- 3 योजनाएं रखने के निर्देश दिए।
नोडल सारा/सिचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता अरविंद सिंह नेगी ने बताया कि सारा के अन्तर्गत जल स्त्रोत में 1 करोड़ से कम की 07 योजनाएं तथा सहायक नदी में 07 योजनाएं स्वीकृत की गयी हैं जबकि 11 योजनाएं प्रस्तावित हैं। वहीं 1 करोड़ से अधिक की 02 येाजनाए प्रस्तावित हैं जिसमें से सूगी गदेरा की डीपीआर शासन को प्रेषित की गयी है और मोथुगाड की डीपीआर की प्रक्रिया गतिमान है।