अल्मोड़ा। मेडिकल कॉलेज के प्रसूति विभाग में प्रसव के लिए पहुंच रही महिलाओं को लगातार हायर सेंटर रेफर किए जाने के मामले में आखिरकार जनता की नाराजगी सामने आ गई है। महिलाओं और उनके परिजनों की परेशानी को देखते हुए रेडक्रॉस सोसायटी के पदाधिकारियों और पार्षदों ने गुरुवार को जिलाधिकारी से मुलाकात कर मेडिकल कॉलेज की लचर व्यवस्था को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। रेडक्रॉस के प्रांतीय सदस्य मनोज सनवाल और पार्षद अमित साह मोनू के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेज का प्रसव विभाग अब रेफरल सेंटर बन गया है। यहां प्रसव के लिए आने वाली अधिकांश महिलाओं को बिना उचित कारण बताए हायर सेंटर भेजा जा रहा है, जिससे मध्यमवर्गीय और गरीब परिवारों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। जिलाधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई है और 25 जुलाई तक व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए गए हैं। पार्षदों ने चेताया कि यदि इसके बाद भी सुधार नहीं हुआ तो मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा। पार्षद अमित साह मोनू ने कहा कि सरकार जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन मेडिकल कॉलेज प्रशासन की लापरवाही से जनता को निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रेडक्रॉस के मनोज सनवाल ने कहा कि गरीब और मध्यमवर्गीय महिलाएं बड़ी उम्मीदों के साथ मेडिकल कॉलेज आती हैं, लेकिन उन्हें रेफर कर आर्थिक और मानसिक पीड़ा दी जा रही है। जिलाधिकारी से मिलने वालों में रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष आशीष वर्मा, मनोज सनवाल, दीप जोशी, यूथ रेडक्रॉस अध्यक्ष व पार्षद अमित साह मोनू, अर्जुन बिष्ट, वंदना वर्मा, अंजू बिष्ट, राहुल जोशी, मीरा मिश्रा, ज्योति साह, अभिषेक जोशी, श्याम पांडेय सहित कई पार्षद शामिल रहे।