कोटद्वार। लंबी प्रतीक्षा के बाद कोटद्वार में केंद्रीय विद्यालय का शुभारंभ हो गया है। इससे पूर्व सैनिकों और केंद्रीय विद्यालय के लिए संघर्ष कर रहे सामाजिक संगठनों की मांग पूरी हो गई है। शुक्रवार को विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष एवं कोटद्वार विधायक ऋतु खण्डूडी भूषण ने दीप प्रज्वलित कर विद्यालय का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कोटद्वार में केंद्रीय विद्यालय की शुरुआत से शिक्षा व्यवस्था में एक नया आयाम जुड़ा है। यह न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा बल्कि आसपास के क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगा। कहा कि गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्रीय कैबिनेट द्वारा स्वीकृत 85 केंद्रीय विद्यालयों में से कोटद्वार का केंद्रीय विद्यालय आज संचालन में आ चुका है, जो क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।
कोटद्वार में बड़ी संख्या में सेवारत एवं पूर्व सैनिक निवास करते हैं, और लगभग दो दशकों से यहां केंद्रीय विद्यालय खोलने की मांग हो रही थी। विधायक बनने के बाद वर्ष 2022 में उन्होंने इस विद्यालय को कोटद्वार लाने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालय हेतु पूर्व में आवंटित भूमि पर 80 वर्षों से लोग काबिज थे, जिसके बाद नई भूमि की खोज की गई। लेकिन सरकारी नीतिगत अड़चनों के कारण कार्य रुक गया। उनकी मांग पर मुख्यमंत्री ने नीतियों में संशोधन कर फ्री लैंड ट्रांसफर पॉलिसी लागू की, जिस कारण यह संभव हो पाया। मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्य शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का धन्यवाद करने के साथ ही विभिन्न संस्थाओं एवं पूर्व सैनिकों का इस मुहिम के लिए किए गए सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। केंद्रीय विद्यालय की प्रधानाचार्य मनीषा मखीजा ने प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और सतत प्रयासों के कारण कोटद्वार को यह सौगात मिली है, जो क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था में नई क्रांति लाएगी। इस अवसर पर एसडीएम सोहन सैनी, कमल नेगी, जितेंद्र नेगी, राजेंद्र बिष्ट, रजनीश बेबनी, शशिकांत केष्टवाल, हरि सिंह पुंडीर, राजीव डबराल और मनीष भट्ट सहित भाजपा के अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।