पिथौरागढ़। यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर सेंटर से बाहर भेजने के मामले में नाराज सैकड़ों युवाओं की भीड़ बृहस्पतिवार को सड़कों पर उतरी। युवाओं ने पेपर चोर, गद्दी छोड़ के नारे लगाते हुए नगर में जुलूस निकालते हुए सरकार, सीएम और आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सीएम और सरकार सशक्त नकल विरोधी कानून बनाने की बात कर रहे हैं लेकिन प्रदेश में हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है। पेपर लीक होने से हमारा भविष्य बर्बाद हो गया है। युवाओं ने कहा कि सड़कों पर उतरना हमारा शौक नहीं मजबूरी बन गया है। जिले भर के युवाओं ने नगर के विभिन्न हिस्सों से होते हुए कलक्ट्रेट तक सरकार और चयन आयोग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। इसके बाद युवा कलक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठ गए। युवाओं ने कहा कि प्रदेश में नकल विरोधी कानून बनाकर वाहवाही लूटी गई। इस कानून को दरकिनार कर नकल माफिया हर बार पेपर लीक कर हमारी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं। हमारे परिजन अभावों में हमें पढ़ा रहे हैं लेकिन पेपर बाहर आने से हमारी मेहनत बेकार हो रही है। इसके बाद भी सीएम धामी, भाजपा नेता और आयोग के अधिकारी पेपर के सिर्फ तीन पन्ने लीक होने की बात कर हमें धोखा दे रहे हैं। इन्हें मालूम होना चाहिए कि सिर्फ आधे नंबर से भी कई युवा भर्ती में सफल होने से रह जाते हैं। इससे साफ है कि यह भर्ती सिर्फ नेताओं और आयोग के चहेतों के लिए कराई गई है। युवाओं ने आयोग के हर कर्मचारी को बदलकर अब तक हुए सभी पेपर बाहर आने के मामलों की सीबीआई जांच की मांग की। कहा कि यदि सरकार और सीएम ने पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच के आदेश जारी नहीं किए तो प्रदेश भर में युवा उग्र प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।
बेड़ीनाग में युवाओं ने की सीबीआई जांच की मांग
पेपर लीक मामले में छात्र-छात्राओं, बेरोजगार युवाओं और जनप्रतिनिधियों ने नगर में प्रदर्शन किया। लोनिवि अतिथि गृह से शहीद चौक तक जुलूस निकाला गया। युवाओं ने भाजपा सरकार पर बेरोजगार विरोधी होने का आरोप लगाया। साथ ही पेपर दोबारा कराए जाने और मामले की सीबीआई जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार का पुतला भी फूंका। वहां कामाक्षा पाटनी, पल्लवी रौतेला, रश्मि कार्की, भावना बोरा, अंजली कोश्यारी, गीता महरा, सोनी उपाध्याय, मनीषा धारियाल, कुलदीप भंडारी, रोहित भंडारी आदि थे।


