देहरादून। मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन आनन्द बर्द्धन ने मंगलवार को जिला सभागार चम्पावत में जिले की विकास योजनाओं, मुख्यमंत्री घोषणाओं और जनपदीय नवाचारों की गहन समीक्षा की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में गोल्ज्यू कॉरिडोर, कृषि महाविद्यालय, पैरामेडिकल कॉलेज, छमनिया स्पोर्ट्स महाविद्यालय, यूयूएसडीए पेयजल योजना, एनएच स्वाला सुधार योजना सहित प्रमुख परियोजनाओं पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी मनीष कुमार ने योजनाओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया और जिले में चल रहे नवाचारों जैसे ज्ञान केंद्र लाइब्रेरी, ज्ञान सेतु पुल, कम्प्यूटर ऑन व्हील, पिरुल ब्रिकेटिंग यूनिट की जानकारी दी।
बैठक से पूर्व मुख्य सचिव ने कलेक्ट्रेट परिसर में लगे विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया। इन स्टॉलों में एनआरएलएम, उत्तराखण्ड चाय विकास बोर्ड, डेयरी, कृषि, मत्स्य, रेशम, बागवानी, उद्योग, अक्षय ऊर्जा आदि विभागों की उपलब्धियाँ और नवाचार प्रदर्शित किए गए थे। उन्होंने विभागों को इन नवाचारों को और अधिक विस्तार देने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और “आदर्श चम्पावत” का लोगो अनावरण किया। उन्होंने पंचेश्वर में एंग्लिंग पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु प्रतिवर्ष एंगलर्स मीट आयोजित करने के निर्देश दिए।
चम्पावत-लोहाघाट मास्टर प्लान की समीक्षा करते हुए उन्होंने भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे विस्तार जैसी परियोजनाओं को शामिल करने पर बल दिया। अंडरग्राउंड विद्युतिकरण कार्यों की समीक्षा कर उन्होंने दीर्घकालिक मेंटेनेंस योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को पूंजीगत व्यय बढ़ाने, कार्यों की निरंतर मॉनिटरिंग करने, गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने तथा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन व पब्लिक ग्रीवांस के प्रकरणों का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करते हुए चम्पावत को एक आदर्श, योजनाबद्ध एवं तेज गति से विकसित होने वाला जनपद बनाया जाए।
इस अवसर पर कुमाऊं मंडलायुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, अपर जिलाधिकारी कृष्णनाथ गोस्वामी सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।


