-मालगाड़ी के गार्ड ने दी सूचना, बैठी जांच
हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में रेलवे प्रशासन में उस वक्त हडक़ंप मच गया जब अधिकारियों को रुडक़ी-लक्सर रेल ट्रैक पर एक गैस सिलेंडर रखे जाने की सूचना मिली। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को सुबह रेल ट्रैक पर एक छोटा गैस सिलेंडर रखे जाने की सूचना मिली। यह गैस सिलेंडर खाली था। इस मामले मे रुडक़ी कोतवाली में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस के साथ रेलवे ने भी इस घटना की जांच शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एक मालगाड़ी के लोको पायलट ने उत्तराखंड के रुडक़ी के पास दूसरे रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर पड़ा देखा। लोको पायलट ने तुरंत इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। उत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि यह घटना सुबह 6:35 बजे लंढौरा और ढंढेरा स्टेशनों के बीच हुई। इसके बाद पॉइंटमैन को घटनास्थल पर भेजा गया। उसने बताया कि सिलेंडर खाली था। पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीएन मालगाड़ी लक्सर से रुडक़ी की ओर जा रही थी। इसी दौरान उसके गार्ड की नजर ढंढेरा रेलवे स्टेशन के पास सुबह करीब पौने सात बजे दूसरे रेलवे ट्रैप पर रखे गैस सिलेंडर पर पड़ी। गार्ड ने फौरन इसकी सूचना मुरादाबाद रेलवे मंडल के अधिकारियों को दी। इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने लक्सर स्टेशन अधीक्षक और जीआरपी को इसकी सूचना दी।
हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक (देहात) स्वप्न किशोर ने बताया कि यह छोटा वाला सिलेंडर था। इसका वजन तीन किलोग्राम था। घटना की सूचना मिलते ही आरपीएफ और पुलिस टीमें मौके पर पहुंचीं और सिलेंडर को अपने कब्जे में ले लिया। यह सिलेंडर खाली था। इस मामले मे रुडक़ी सिविल लाइन कोतवाली में रेलवे अधिनियम की धारा 150/क के तहत अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
लक्सर के जीआरपी प्रभारी संजय शर्मा ने बताया कि गनीमत यह कि घटना के वक्त उस रेल ट्रैक पर कोई ट्रेन नहीं आनी थी। यह घटना ऐसे वक्त में सामने आई है जब देश के अन्य हिस्सों में ट्रेनों को डिरेल करने के प्रयास की कुछ घटनाएं सामने आई हैं। हाल ही में कानपुर में पटरियों पर एक एलपीजी गैस सिलेंडर पाया गया था। ऐसी घटनाएं रेलवे सुरक्षा पर मंडराते खतरे की ओर इशारा करती हैं। यही वजह है कि इस मामले की भी गंभीरता से छानबीन की जा रही है।