देहरादून। प्रदेश के 53 हजार से ज्यादा दुग्ध उत्पादकों को नवंबर से अपने दूध के भुगतान के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। चार नवंबर से दुग्ध संघ को उनसे जुडे प्रत्येक दुग्ध उत्पादक को 14 दिन के भीतर भुगतान करना होगा। अब तक दुग्ध उत्पादकों को भुगतान के लिए सवा से डेढ़ महीने तक इंतजार करना पड़ता है। सोमवार को सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में मीडिया दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि दुग्ध संघों की बकाया 12.5 करोड़ रुपये और दुग्ध उत्पादकों की प्रति किलो चार रुपये प्रोत्साहन राशि के 5.89 करोड़ रुपये का भुगतान भी दीवाली से पहले पहले कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी हरी झंडी दे दी। बहुगुणा ने विभागीय योजनाओं को साझा करते हुए प्रदेश की वर्तमान धामी सरकार के कार्यकाल में किसानों, दुग्ध उत्पादक, मत्स्य उत्पादक और पशुपालकों के हित में कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की गई हैं। इसका लाभ जमीनी स्तर पर मिलने लगा है। राज्य में पलायन को रोकने और रिवर्स प्लायन में इन योजनाओं की भी अहम भूमिका है। इस मौके पर पशुपालन सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरूषोत्तम भी मौजूद रहे।
आंचल बाजार में उतारेगा 30 हजार किलो मिठाई, कल से मेले भी शुरू
दुग्ध विकास मंत्री ने कहा कि सरकारी प्रतिष्ठान आंचल इस साल दीवाली के लिए नई पहल करने जा रहा है। लोगों को शुद्ध, स्वच्छ और सुरक्षित मिष्ठान उपलब्ध कराने के लिए इस वर्ष आंचल ब्रांड 30 हजार किलोग्राम मिठाई की बिक्री करेंगे। आंचल उत्पादों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कल से छह जिलों में दो दो दिवसीय मेले भी शुरू किए जा रहे हैं। कल और परसो देहरादून, 22 और 23 को हरिद्धार और चंपावत में, 23-24 अक्टूबर को नैनीताल, 25-26 अक्टूबर को यूएसनगर, और 26-27 को चमोली में मेले का आयोजन किया जाएगा।
दुग्ध उत्पादन, पशुपालन, मत्स्य पालन सेक्टर में रोजगार की अपार संभावनाए हैं। पर्वतीय क्षेत्र में इस सेक्टर से जुड़कर लोग रोजगार का एक मजबूत स्रोत विकसित कर सकें है। योजनाओं में सरकार 50 से 75 प्रतिशत तक सब्सिड़ी और बीमा सुरक्षा भी देती है। – सौरभ बहुगुणा, दुग्ध विकास एवं श्रम मंत्री