देहरादून। शारदीय नवरात्र के अवसर पर बजरंग सेवा समिति की ओर से करनपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में दुर्गा पूजा का समापन प्रतिमा विसर्जन के बाद हुआ। श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा को रंगों की होली खेल भावपूर्ण विदाई दी। ढोल नगाड़ों संग प्रतिमा विसर्जन मालदेवता में किया गया। मंदिर में स्थापित पंडाल से मां दुर्गा, मां सरस्वती, मां काली, गणेश जी की प्रतिमाएं विसर्जन से पहले पूजा अर्चना, क्षमा प्रार्थना के बाद ढोल नगाड़ों और बैंड बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। मां को धूम धाम से विदा करने आया नाचते गाते भक्त समूह फूलों की बारिश कर रहा था। इस अवसर पर मंदिर समिति संरक्षक सूर्यकांत धस्माना ने मूर्तियों का माल्यार्पण कर मंदिर समिति, पूजा समिति और बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को मां की पूजा निर्विघ्न सम्पन्न होने और विजय दशमी की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि दुनिया में मां का सबसे बड़ा स्थान होता हैं। भगवती जगदम्बा तभी प्रसन्न होती हैं, जब हम अपने घर में रहने वाली मां स्वरूपा बेटी बहन, पत्नी, मां या किसी भी स्त्री का सम्मान करते हैं, अन्यथा कितने भी व्रत रख लें, यदि वह घर और समाज में स्त्री का सम्मान नहीं करता तो भगवती प्रसन्न नहीं हो सकती। इस अवसर पर पूजा समिति अध्यक्ष रवि कुमार गोलू, उपाध्यक्ष सनी मेहरा, मंत्री सौरभ दूसेजा, लक्ष्मी नारायण मंदिर करणपुर अध्यक्ष सुरेश दुसेजा, सुभाष वासुदेव, सतीश दूसेजा, प्रोमिला कोहली, जनक राज, भूपेंद्र सिंह, नरेश सहगल, आसुतोष द्विवेदी, गौरी समेत बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।